भविष्य के तीर्थंकर | पूर्व भाव के नाम | |
1 | श्री पद्मनाभ प्रभुजी | राजा श्रेणिक |
2 | श्री सुरदेव नाथजी | सुपार्श्व |
3 | श्री सुपार्श्व नाथजी | उदंक |
4 | श्री स्वयंप्रभ नाथजी | प्रोषठिल |
5 | श्री सर्वनुभुती स्वामीजी | सूर्यकृत |
6 | श्री देवश्रुति प्रभुजी | क्षत्रिय |
7 | श्री कुलपुत्र जी | पाविल |
8 | श्री उद्दंक जी | शंख |
9 | श्री प्रोष्ठिल जी | नन्द |
10 | श्री जयकीर्ति जी | सुनन्द |
11 | श्री मुनिसुव्रत जी | शशांक |
12 | श्री अर जी | सेवक |
13 | श्री पद्मनाभ प्रभुजी,निष्पाप जी | प्रेमक |
14 | श्री निष्कषाय जी | अवतोरण |
15 | श्री विपुल जी | रेवत |
16 | श्री निर्मल जी | श्री कृष्ण |
17 | श्री चित्रगुप्त जी | सिरी (बलराम) |
18 | श्री समाधिगुप्त जी | भगली |
19 | श्री स्वयंभू जी | बागली |
20 | श्री अनिवर्तक जी | द्वीपायन |
21 | श्री जय जी | कनक पाद |
22 | श्री विमल जी | नारद |
23 | श्री देवपाल जी | स्वरुप दत्त |
24 | श्री अंनतवीर्य जी | सालकिपुत्र |